और पराजित हुये योद्धा के समान उसमें दोबारा शस्त्र उठाने की हिम्मत नहीं होती ।
2.
2. एक योद्धा के समान दुःखों का सामना करता है (2 तीमुथियुस 2: 3) ।
3.
2 तीम 2: 3-9 ” मसीह यीशु के अच्छे योद्धा के समान मेरे साथ दुख उठा।
4.
एक साधक एक सच्चे योद्धा के समान वीर होना चाहिए जो पथ की बाधाओं का निडरता पूर्वक सामना करके आगे बढ़ता चला जाय।
5.
13. यहोवा वीर की नाईं निकलेगा और योद्धा के समान अपनी जलन भड़काएगा, वह ऊंचे शब्द से ललकारेगा और अपने शत्रुओं पर जयवन्त होगा॥ 14.
6.
(भीष्म कुछ कहने के लिए आसन से खड़े होते हैं, किंतु अगले ही क्षण हताश योद्धा के समान भीष्म पुन: आसन ग्रहण कर लेते हैं)
7.
परन् तु सच् च मसीही एक योद्धा के समान होता है, जीवन भर निडरता से विषम परिस्थितियों का सामना करते हुए ‘ सिद्ध जन ' बनता है।
8.
एक क्रन्तिकारी वीर योद्धा के समान मैं लड़ा था ले दुधारी तलवार इतिहास में. दुःख तो यही है मेरे बाद मेरा कुछ भी हुआ नहीं कहीं कोई प्रचार इतिहास में.एक अभिलाष थी कि देश के लिये मिटूँसो कर के दिखा दिया प्रहार इतिहास में.एक जन्म ले के भी न हो सका मैं पूर्णकाम जन्म अभी लूँगा बार-बार इतिहास में.
9.
जब लाक्षागृह में पाण्डवों को मारने का प्रयास विफल हो जाता है, तब कर्ण दुर्योधन को उसकी कायरता के लिए डांटता है, और कहता है कि कायरों की सभी चालें विफल ही होती हैं और उसे समझाता है कि उसे एक योद्धा के समान कार्य करना चाहिए और उसे जो कुछ भी प्राप्त करना है, उसे अपनी वीरता द्वारा प्राप्त करे।
10.
जब लाक्षागृह में पाण्डवों को मारने का प्रयास विफल हो जाता है, तब कर्ण दुर्योधन को उसकी कायरता के लिए डाँटता है, और कहता है कि कायरों की सभी चालें विफल ही होती हैं और उसे समझाता है कि उसे एक योद्धा के समान कार्य करना चाहिए और उसे जो कुछ भी प्राप्त करना है, उसे अपनी वीरता द्वारा प्राप्त करे।